राष्ट्रीय ताइक्वांडो के लिए गिरिडीह टीम रवाना, बोकारो में दिखाएंगी दम | National Taekwondo 2025
Giridih/Bokaro News: खेल के मैदान से गिरिडीह के लिए गौरवपूर्ण खबर है। बोकारो में आयोजित होने वाली प्रतिष्ठित "प्रथम दिशोम गुरु शिबू सोरेन स्मृति ट्रॉफी महिला राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता 2025" में हिस्सा लेने के लिए गिरिडीह की बेटियों की टीम रवाना हो गई है।
शनिवार को टीम के सभी खिलाड़ी अपने कोच और मैनेजर के साथ बोकारो के लिए निकले। उम्मीद जताई जा रही है कि हर बार की तरह इस बार भी गिरिडीह के खिलाड़ी मेडल जीतकर जिले का नाम रोशन करेंगे।
गिरिडीह टीम में कौन-कौन है शामिल?
टीम के कोच आकाश स्वर्णकार ने बताया कि इस बार टीम में जूनियर और सब-जूनियर वर्ग की होनहार खिलाड़ी शामिल हैं। टीम में कुल 8 महिला प्रतिभागी हैं:
जूनियर वर्ग (Junior Category):
- साक्षी बरनवाल (Sakshi Barnwal)
- अंजुम आरा (Anjum Ara)
- तनीषा आर्या (Tanisha Arya)
- सोनाक्षी कुमारी (Sonakshi Kumari)
- आयशा (Ayesha)
- अफजल (Afzal)
सब-जूनियर वर्ग (Sub-Junior Category):
- ज्योति राज (Jyoti Raj)
🥋 क्या है ताइक्वांडो (Taekwondo)? जानें इतिहास
बहुत से लोग इस खेल का नाम सुनते हैं लेकिन इसके बारे में कम जानते हैं। यहाँ एक छोटी जानकारी है:
इतिहास: ताइक्वांडो (Taekwondo) मूल रूप से कोरिया (Korea) की एक मार्शल आर्ट है। इसका शाब्दिक अर्थ है "पैर और मुट्ठी का तरीका" (Way of the Foot and Fist)।
ओलंपिक खेल: यह दुनिया के सबसे व्यवस्थित और वैज्ञानिक मार्शल आर्ट्स में से एक है। साल 2000 में इसे सिडनी ओलंपिक में आधिकारिक खेल के रूप में शामिल किया गया था। यह न केवल आत्मरक्षा (Self-defense) सिखाता है, बल्कि अनुशासन और मानसिक मजबूती भी देता है।
गिरिडीह की टीम पिछले कई टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन करती आई है। कोच आकाश स्वर्णकार और पूरे जिले को उम्मीद है कि 'दिशोम गुरु शिबू सोरेन ट्रॉफी' में भी हमारी बेटियां अपना लोहा मनवाएंगी।
News Source: यह जानकारी 'दैनिक जागरण' (Dainik Jagran) की रिपोर्ट पर आधारित है।

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